البحث

عبارات مقترحة:

الرفيق

كلمة (الرفيق) في اللغة صيغة مبالغة على وزن (فعيل) من الرفق، وهو...

المقتدر

كلمة (المقتدر) في اللغة اسم فاعل من الفعل اقْتَدَر ومضارعه...

اللطيف

كلمة (اللطيف) في اللغة صفة مشبهة مشتقة من اللُّطف، وهو الرفق،...

पवित्र क़ुरआन के अंतिम तीन पारों की व्याख्या तथा मुसलमामों के लिए महत्वपूर्ण प्रावधान

الهندية - हिन्दी

المؤلف विद्वानों की समिति ، अताउर्रहमान ज़ियाउल्लाह
القسم كتب وأبحاث
النوع نصي
اللغة الهندية - हिन्दी
المفردات التفسير - تفسير القرآن
पवित्र क़ुरआन के अंतिम तीन पारों की व्याख्या तथा मुसलमामों के लिए महत्वपूर्ण प्रावधानः यह एक संछिप्ति पुस्तक है जो मुसलमान के लिए उसके जीवन संबंधी आवश्यक और महत्वपूर्ण प्रावधानों पर आधारित है जैसे – क़ुरआन, तफ्सीर, सैद्धांतिक और शास्त्रीय प्रावधान, गुण इत्यादि। यह किताब दो भागों में विभाजित है: पहला शैख मुहम्मद अल-अश्क़र की किताब “ज़ुब्दतुत तफ्तीस” से क़ुरआन के अंतिम तीन पारों की व्याख्या, तथा दूसरा भाग मुसलमामों के लिए महत्वपूर्ण अहकाम पर आधारित हैः तज्वीद के अहकाम, अक़ीदा के विषय में 62 प्रश्न, एकेश्वरवाद पर एक शांत बातचीत, इस्लाम के प्रावधानः [आस्था, पवित्रता, नमाज़, ज़कात़, रोज़ा, हज्ज], विभिन्न लाभदायक बातें, अज़कार, वुज़ू और नमाज़ का चित्रित तरीक़ा, प्रार्थना, झाड़-फूँक, अंतिम यात्रा इत्यादि।

المرفقات

6

पिछला कवर
पवित्र क़ुरआन के अंतिम तीन पारों की व्याख्या तथा मुसलमामों के लिए महत्वपूर्ण प्रावधान
पवित्र क़ुरआन के अंतिम तीन पारों की व्याख्या तथा मुसलमामों के लिए महत्वपूर्ण प्रावधान
पवित्र क़ुरआन के अंतिम तीन पारों की व्याख्या तथा मुसलमामों के लिए महत्वपूर्ण प्रावधान
पवित्र क़ुरआन के अंतिम तीन पारों की व्याख्या तथा मुसलमामों के लिए महत्वपूर्ण प्रावधान
फ्रंट कवर